नमस्कार दोस्तों आज हम बात करेंगे भोजन और भोजन से होने वाले स्वास्थ्य संबंधी विषय में अंजीर पर, दोस्तों अंजीर हमारे लिए कितना गुणकारी और कितना फायदेमंद हो सकता है शायद हमने इसके बारे में कभी इतना सोचा नहीं होगा परंतु इससे होने वाले कई लाभ ऐसे है जिनके ऊपर चर्चा आज हम जरूर करेंगे ।
अंजीर का इतिहास
यदि अंजीर का हम इतिहास टटोले तो इसका इतिहास हमें पश्चिमी क्षेत्रों में काफी अधिक मिला है जैसे कि ईरान , तुर्किस्तान, ग्रीस अफ्रीका और अरबिस्तान के दक्षिणी क्षेत्रों में बहुत ज्यादा रूप में पाया जाता है।
अंजीर एक गुल्लर जाति का फल होता है इसका प्रयोग मुख्य रूप से सूखे मेवे के रूप में प्रयोग होता है इसके वृक्ष दूध देने वाले होते हैं यानी तनो से बरगद के समान दूध निकलता है । गर्म जलवायु में इसके वृक्ष बड़ी सहजता से उगते हैं ।
अंजीर हमारे पाचन हेतु
हालांकि अंजीर को पचाना इतना आसान भी नहीं है अंजीर पचने में भारी तो होता है इसीलिए इसका उपयोग बड़ी सावधानी से ही करना चाहिए अधिक अंजीर खा ले तो पेट में काफी शूल उठने लग जाते है ।
● अंजीर से होने वाले फायदे व इलाज :-
★ यदि किसी व्यक्ति को सांस की बीमारी हो तो उसे सुबह अंजीर खिलाना चाहिए इससे उसकी सांस की तकलीफ में काफी राहत मिलती है।
★ यदि कभी बच्चे कांच का टुकड़ा खा लेते हैं तो उसे बाहर निकालने के लिए अंजीर खिलाया जाता है।
★ फेफड़ों के रोग के इलाज के लिए भी अंजीर काफी कारगर साबित होती है यदि किसी को फेफड़ों का रोग है तो ऐसे व्यक्ति को अंजीर पानी में उबालकर छानकर जरूर पिलाना चाहिए पानी को सुबह-शाम पिलाना चाहिए।
★ और यदि किसी व्यक्ति को दमे की शिकायत है तो उन्हें अंजीर अवश्य खाना चाहिए इसमें उन्हें काफी लाभदायक लाभ मिलता है। इसके लिए उन्हें रोजाना सुबह-शाम दूध में पीने से दमे में लाभ मिलता है ।
★ यदि अंजीर को दूध में उबालकर खाया जाए और दूध को भी पिया जाए तो इससे शरीर में काफी शक्ति मिलती है और खून भी बढ़ता है।
★ यदि व्यक्ति को काफी कफ की शिकायत है तो उसे अंजीर जरूर खाना चाहिए अंजीर कफ को बाहर भी निकाल देता है और रोगी को आराम भी मिलता है।
★ यदि कोई फोड़ा हो गया हो और वह पक नहीं रहा हो तो अंजीर को थोड़े से पानी में उबालकर फोड़े पर लेप करने से फोड़ा जल्दी पक जाता है। या अंजीर की पुल्टिस बनाकर फोड़ो पर बांधने से फोड़ा जल्दी पकते हैं ।
★ जिन छोटे बच्चों की टट्टी रुक जाती है और उन्हें मधुमेह भी हो जाता है तो ऐसे में उन्हें अंजीर दिया जाता है।
★ यदि आपके शरीर में रक्त की काफी कमी है तो ऐसे में आपको अंजीर जरूर खाना चाहिए रक्त में भी वृद्धि होती है और सूखी खांसी में गुणकारी है।
★ यदि अंजीर को रात में खाया जाए तो इससे पेट काफी साफ रहता है।
★ क्षय रोग में भी अंजीर को उत्तम प्रत्याहार माना गया है।
★ यदि गले में सूजन हो तो सूखे अंजीर को पानी में उबालकर लेप करने से गले के भीतर की सूजन भी खत्म हो जाती है ।
★ जिन्हें श्वास लेने में तकलीफ है जिन्हें अर्थात श्वास रोग का विकार हो उन्हें जंगल जलेबी आधा आधा तोला जमा कर प्रतिदिन सुबह लेने से सांस की बीमारी में लाभ होता है।
★ यदि किसी व्यक्ति को सफेद कुष्ठ रोग है तो उस पीड़ित व्यक्ति को अंजीर के वृक्ष की छाल को पानी में पीसकर कल्क से चार गुना घी सिद्ध कर हड़ताल की भस्म के साथ लेने से सफेद कुष्ठ रोग मिटता है ।
●अंजीर के बारे में वैज्ञानिक दृष्टिकोण :-
★इसमें पाए जाने वाले तत्व -
वैज्ञानिकों का मानना है कि सूखे हुए अंजीर में लोह और विटामिन ए(A) है।
◆ इसमें लगभग 65% द्राक्ष शर्करा है इसके अतिरिक्त इसमें चुना, पोटेशियम, मैग्नीशियम, गंधक, फ़्लोरिन, सिलीकान, फास्फोरिक एसिड, लवण है।
धन्यवाद!